Nojoto: Largest Storytelling Platform

ढलती शाम के भी कितने रंग होते हैं ना... और हर किसी

ढलती शाम के भी कितने रंग होते हैं ना...
और हर किसी के लिए ये शाम...
कितनी अलग, 

किसी को घर लौटने की जल्दी...
तो किसी को, शाम होते ही बाहर घूमने,
दोस्तों से मिलने की जल्दी,

कोई इस ढलते सूरज को देख के 
खुश हो जाता है, 
तो कोई तन्हा-तन्हा सा...

किसी के मन में अफसोस होता है,
तो किसी के मन में खुशी, कि ...
"एक और दिन निकल गया"


हर किसी के लिए... अलग मतलब है....
हर किसी के लिए ,अलग सी है ये शाम।।

©Tangled Feelings #शाम #tangledfeelingz 

#peace
ढलती शाम के भी कितने रंग होते हैं ना...
और हर किसी के लिए ये शाम...
कितनी अलग, 

किसी को घर लौटने की जल्दी...
तो किसी को, शाम होते ही बाहर घूमने,
दोस्तों से मिलने की जल्दी,

कोई इस ढलते सूरज को देख के 
खुश हो जाता है, 
तो कोई तन्हा-तन्हा सा...

किसी के मन में अफसोस होता है,
तो किसी के मन में खुशी, कि ...
"एक और दिन निकल गया"


हर किसी के लिए... अलग मतलब है....
हर किसी के लिए ,अलग सी है ये शाम।।

©Tangled Feelings #शाम #tangledfeelingz 

#peace