नशे में छुपी हुई है लोगो,बिल्कुल पृथक कहानी। अलग किस्म का नशा है, इनका जीवन भी तूफानी।। एक नशेडी सब कुछ भूल कर, झूट को सत्य बना दे। लोगों के हर सत्य वचन को, ये पल में झुटला दे।। हर असत्य को सत्य बनाना, इनके मुख आसानी। अलग--- घर में भोजन को भी नहीं हों, दाम बड़ी पीड़ा है। किन्तु नशा तो करेंगे कहीं से, उठा रखा वीणा है।। नशे के लिए पता ना कहां से, पैसे आजाते हैं। कौन लोग हैं जो इनको, छुप कर नशा पंहुचाते हैं? नशे के लिए तो घर परिवार, पत्नी बच्चे बेमानी। अलग किस्म का नशा है,--------------------- धन्यवाद। ©bhishma pratap singh #अलगकिस्मकानशाहै#हिन्दी कविता#काव्य संकलन#भीष्म प्रताप सिंह#जिन्दगी के किस्से#Meme #अक्टूबर-नवंबर creator