तु जैसे चाहे चलाए । दे तू बोझ दुखो का मेरे कांधे पे और तु ही दे पल भर की खुशियां पगार में। माना है तु थोड़ा सख्त पर जीना तुझसे ही सीखा है। अब जिंदा रहना है तो तेरी मजदूरी करनी भी तो जरूरी है। आज 1 मई है। इसे लेबर डे, श्रम दिवस, मई दिवस और मज़दूर दिवस के नामों से मनाया जाता है। आइए, दुनियाभर के श्रमिकों के योगदान को याद करें। #श्रमदिवस #मज़दूर #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi