तेरी परछाई से ही, ये दिल संवर जाता था तेरी परछाई को साथ लेकर,तन्हा लम्हा गुजर जाता था। तुम हमें आहट से हम तुम्हें परछाई से पहचान लिया करते थे तेरे आने से पहले बैचेन रहते थे हम ,तेरे आने पर ही सांस लिया करते थे। तेरी परछाई की हमने दिल में मुर्त बना रखी है कभी आकर देखो इस दिल में हमने उस मुर्त को तुझसे भी सुंदर बना रखी है। #TeriParchai #nojoto #nojotoapp #nojotoshayri #nojotohindi #aamilqureshi