तेरे बिन दिन हमारे, ऐसे गुज़र रहे हैं.... हर पल हम बस, तेरा इन्तज़ार कर रहे हैं तेरे संग बिताए लम्हे नहीं भूल पाते हम.... उन्हीं के सहारे, अब हम जी रहे हैं 🌷सुप्रभात🌷 👉🏻 प्रतियोगिता- 257 🙂आज की ग़ज़ल प्रतियोगिता के लिए हमारा शब्द है 👉🏻🌹"तेरे बिन"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य है I कृप्या