जिन्हें लगता है उनके पिता ने ये नही किया वो नही किया एक सही डिसीज़न नही ले पाए उनसे मेरा कहना है सिर्फ एक दिन अपने पिता की जगह स्वयं को रखें यकीन मानिए आप को अपनी औकात पता चल जाएगी ©Ashutosh vishwakarma पिता का वजूद #Book