3 जब मुट्ठी में रोटी हो, उम्मीदें बड़ी छोटी हो, जिंदगी बेपरवाह चलती है खाली थाली पर ही भूख मचलती है। क्या सांता की जुराब खाली थाली, खोखली पुतलियां काली, अंधेरी सुनसान दीवाली, चहारदीवारी में पांव पसारकर बेशर्मी से लेटी कंगाली पर कुछ करेगी? या वो बच्चों के मानस में अर्थहीन मीठी गोली के सपने ही भरेगी? Cont 3. सांता फिर मत आना अगर Amazon.com/author/harshranjan #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqchallenge #collab