धूप में बारिस का आना तुम्हारा यूं इतरा कर जाना उलझी तेरी लटों को सुलझाना रूठे दिल को फिर मनाना गुस्से में भी प्यार जताना तृप्त मन को फिर सुखाना खुली जुल्फें और तेरा मुस्कुराना मंद हसीं और बातें बनाना रात को सपनों में आना दिन में तेरा चिप सा जाना ख्वाबों की दुनिया बसाना लब पे मेरे नाम तुम्हारा अच्छा लगता है सच्चा नहीं बस अच्छा लगता है #justwanttobewithyouwhetherasafriendonly