मेरे नागफनी जैसे जीवन में, तुम रात रानी बन जाते हो। कभी कृष्ण, कभी नानक, तो कभी पैगंबर बन जाते हो।। रोज़ तड़पकर मछलियों सा, हम ज्ञान की इच्छा जताते हैं। तब जीवन के हर पड़ाव में आप, कुछ नया कुछ रोचक बता जाते हो। मेरे नागफनी जैसे जीवन में, तुम रात रानी बन जाते हो। कभी कृष्ण, कभी नानक, तो कभी पैगंबर बन जाते हो।। रोज़ तड़पकर मछलियों सा, हम ज्ञान की इच्छा जताते हैं। तब जीवन के हर पड़ाव में आप, कुछ नया कुछ रोचक बता जाते हो।