उस खंडहर में कोई नहीं जाता क्यों कि वह एक विरान सी जगह पे था, अपने बिखरे अतीत की कहानी कह रहा था। एक अफवाह थी कि आत्माओं का वास है उस खंडहर में... सुनी सुनाई बातों पर लोग विश्वास करते थे। वहाँ जाकर महसूस होता था, मानो एक सरसराहट शरीर पे दौड़ रही हो, कि किसी की रूह रो रही हो, वो खंडित इमारत जैसे किसी के दर्द की कहानी कह रही हो। हाँ थोड़ा अजीब लगता था, पर हकीकत से कोसों दूर। बस वहम मात्र। कौन समझाए लोगों को, कि हर इमारत को खंडहर होना है, कि जिस्म भी खाक होता है, ये तो सिर्फ खंडहर का कोना है। ©Diwan G #खंडहर #डर #वहम #short_Story