परिक्षा के दौरान ही ये राइटिंग पैड हमारे हाथों में होता था। हाँ ठीक इसी मौसम में लगभग ये खौफ़नाक मंजर मार्च से शुरू होता और मई के अंत तक आते आते समाप्त होता था।परीक्षाओं में बहुत नींद आती थी और परिक्षा के बाद नींद उड़ सी जाती थी, कई जतन करने के बाद भी आँख न लगने पाती थी। कच्चे आम का सीज़न आ चुका होता था और एक्ज़ाम खत्म होते ही जिनके घरों या खेत या खलिहानों में आम के पेड़ लगे होने की सूचना मिलती, झुंड में निकल पड़ते चोरी करने। #newwallpapers #snehlata #yqdidi #stories #childhood #memories #hindi