चरणों की धूल श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए। सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥ श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की सुनता हूँ तेरी रहमत, दिन रात बरसती है। एक बूँद जो मिल जाए, दिल की कली खिल जाए॥ श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की यह मन बड़ा चंचल है, कैसे तेरा भजन करूँ। जितना इसे समझाऊं, उतना ही मचल जाए॥ श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की