यूँ दर-बदर होने से कुछ नही होगा ख्वाहिश है , तो उसपे काम कर रोने से कुछ नही होगा जमाना सम्भलता है उन्हें जो सम्भले हुए होते है तू भटक रहा है तो सम्भल-जा यु भटकने से कुछ नही होगा जिसको जाना था सो चले गए अब उनकी याद को याद कर दिल दुखाने से कुछ नही होगा ।। #दर-बदर