फिर ना फिर ना कोई लौ लगाना तुम फिर ना मुझको आजमाना तुम। धरा से उड़ जायेंगे सारे परिंदे फिर ना कोई जवाला गिरना तुम। अभी बहुत शांत है वादियां देखों ! अभी नदियों झरनो का शोर बहता है। अभी ना फिर चीख पुकार मचाना तुम अभी ना दानव की तरह सब गवाना तुम। . ©Tanha Shayar hu Yash #tanhashayarhu #Yashpalsejwal #tanhapoem #tanhapoerty #shayri #labour