जब इंसान अपने जब पर इस कदर भरोसा कर लेता है कि उसके अलावा कोई भी उसकी जरूरत पूरी करने वाला नहीं तो अल्लाह अपने बंदे को मायूस नहीं लौटाता. ©Maqbool Khan #justice Islamic shayri