खूब कर ली मैंने शिकायतें अब तूझसे, शायद तेरे दर्जे कि मेरी चाहत नहीं, खैर,मैं तो एक भटका मुसाफिर हूं अंजान सफर का, जिसे तेरी मुस्कूराहट के सिवा और कहीं राहत नहीं। #letters #pinned #hindishayari #yqhindi #yqshayari #yqbaba #yqdidi