आज खुद से कुछ बात करनी है। दो खुद की सुननी है, चार खुद को सुनानी है।। हम क्यूँ इश्क़ को बदनाम करते है दिल के दर्द को सरेआम करते है दिल मेरा टूट गया , साथ किसी का छूट गया आज क्या हुआ जो मुझसे रूठ गया हर दिल की यही कहानी है। कल भी सुनायी थी और मुझे कल भी दोहरानी है।। दो खुद की सुननी है, चार खुद को सुनानी है।। जिनसे मिलो मिलकर रहो प्यार उनपे लुटाते रहो गम क्यूँ न हो जीवन में हर पल मुस्कुराते रहो गैर तो अपने बन जाएंगे अपनो को अपना बनाते रहो माना अब ये रस्म पुरानी है। जो कल भी निभायी थी और मुझे कल भी निभानी है।। दो खुद की सुननी है, चार खुद को सुनानी है।। आज खुद से कुछ बात करनी है। दो खुद की सुननी है, चार खुद को सुनानी है।। खुद से बात।। #yqbaba #yqdidi #yourquote #yqonam #yqdada #firstquote