साहिल और अमृता दोनों एक ही मोहल्ले से है ...एक संभ्रांत मोहल्ला... जहां सिर्फ राजनीति,पढ़ाई और कला की बातें ही होती हैं। इसी मोहल्ले में पनपे दो नवजात पौधे अब पेड़ का रूप ले रहे थे...साहिल और अमृता। साहिल नदी किनारे बिछी घास की तरह है बिल्कुल नरम परंतु जड़े काफी मजबूत जो अपनी संस्कृति को बांध कर रखा हो और वही उसकी खास दोस्त अमृता नहर के दूसरी ओर से सटकर खड़े टावर की तरह है जिसे टेक्निकल और इंटरनेट से भरी दुनिया पसंद है उसका अधिकतर समय नेटफ्लिक्स और साहिल में ही जाता है। अमृता थोड़ी फैशनेबल है पर बहुत ऑर्गेनाइज्ड। वहीं दूसरी तरफ साहिल जिसे प्यार है,पेड़ -पौधों से,छत पर बिछी नीली चादर से और उस पर प्रिंटेड बादलों से। कई बार वो अमृता के साथ बैठकर उसे शाम की ख़ास बात बताता है,और अमृता सिर्फ और सिर्फ साहिल को निहार रही होती है.....जैसे नेटफ्लिक्स पर कोई आर्ट सिनेमा चल रहा हो। दोनों एक विशेष बंधन से बधें हैं जैसे टावर के जड़ में बिछी मिट्टी को और जकड़ कर बांधी होती है नरम घास। #success✨ #Nojoto #instagram➡️ #writer #blogger #Quotes #Hindi #india🇮🇳 #Nature #Love