घर हमारे लिए एक बेकार था जो रोया नहीं था अगर यह समुद्र के लिए नहीं होता, तो यह निर्जन हो जाता एक तंग दिल का बोझ क्या है? यह वह अविश्वासी हृदय है अगर यह तंग नहीं होता तो यह कष्टप्रद होता जीवनकाल में लगभग एक बार काश दरवाजा दरवाजा होता #MudassirHussain