जख्म बहुत पुराने है छूने से दर्द उभर आते है जो जख्म तुमने दिये है प्यार से उसमे भी ख़ंजर चलता हूँ मिलकर तेरे यार से हर बार मना कर देती हो, गुस्से में हाँ बोल के आत्मा भी रो पड़ती है,फिर से तुम्हारी ना सुन के एक बात बता दू ये दर्द बहुत पुराने है अपनी ही किस्मत के लेखे जोखे खुद लिखता हूँ बेवफाई की रात, मोहब्बत की साजिश खुद लिखता हूँ घर मे दो बर्तन है बजते रहते हैं तुम्हारे दिल में गेरो के घर बस्ते रहते है ना मुंकीं रहने लगा है उसके बिना सोचता हूँ मर ही जाओ उसके बिना एक बात याद दिला दु ये दर्द बहुत पुराने है अब मोहब्बत नही होती,बस उसे भुलाना चाहता हूँ कसमे उसकी पुरानी उसे याद दिलाना चाहता हूँ प्यार खिलौने बन गये है प्यार में मुड़दे भी जल गये हैं अब आँख से आँशु नही निकलते हैं मोहब्बत में खामोस हर बार चलते हैं सुनो एक बात याद दिलादु खामोस ये दर्द बहुत पुराने है reena uikey __मुकेश--