ना जाने कहाँ से मिल गए दिल को, मेरी मोहब्बत के दस्ताबेज़ पुराने... आज फिर दिन उनके ख्यालों में बीतेगा, आज फिर रात आंखों में सैलाब उमड़ेगा... पुराने दस्ताबेज़...