गुजरा आज उस गली जो कभी तेरे नाम हुआ करती थी छत पर नीगाहें लगा तेरा इतंजार कीया करती थी कभी मौहब्बत का शहर नाम था तेरे आज एक गली मे भी नाम नही तेरा #अधुरा#दीखावा#Rk11