गुलशन की राह छोड़ चुके है हम, अपनी राहों मे काँटें बिछाए बैठै है। ऐ जिंदगी मुझे बर्बाद करने के तरिके ना सोच, हम वो है जो अपना आशियाना जलाए बैठे है। Nitesh kaushik #Nitesh kauahik