टूटकर अगर हमको चाहोगे ऐसे हम चले जायेगे तो सताओगे कैसे देखते हो जो ख्वाब रात भर हमारा छीन लेगे उसे भी तो जी पाओगे कैसे ©Sumit Kumar saini बेरहम माशूका