ना जाने क्यों आज ऐसा लगा, जैसे वो यही कहीं पर थी, ठीक वैसा ही महसूस होने लगा, हवाए थम सी गई और बादल गरज ने लगा, भीग गए तब मेरे नैन के वो यहीं पर है, जब.. बहती फिज़ाओ ने चुपके से ऐसा, मुझसे कहा...! ©Umesh kumar #LOVE_ART वो यहीं पर है...