Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम्हारी ना को हा मान लिया मैंने, यूंही तुमसे इश्क

तुम्हारी ना को हा मान लिया मैंने, यूंही तुमसे इश्क़ किया मैंने, ना तड़पा ना रोया ये दिल कभी, क्योंकि तुझको खुद में पा लिया मैंने, तुम्हारी ना को हा मान लिया मैंने। तुम्हारे इश्क़ की खुमारी उतरती नहीं, ये जवानी है जो कभी ढलती नहीं, बदरंग भी अब रंगीन लगता है, जो इश्क़ करे उसे सब हसीन लगता है, इश्क़ के उलझेपन को सुलझा लिया मैंने तुम्हारी ना को हा मान लिया मैंने।। तुम्हारी ना में हा
तुम्हारी ना को हा मान लिया मैंने, यूंही तुमसे इश्क़ किया मैंने, ना तड़पा ना रोया ये दिल कभी, क्योंकि तुझको खुद में पा लिया मैंने, तुम्हारी ना को हा मान लिया मैंने। तुम्हारे इश्क़ की खुमारी उतरती नहीं, ये जवानी है जो कभी ढलती नहीं, बदरंग भी अब रंगीन लगता है, जो इश्क़ करे उसे सब हसीन लगता है, इश्क़ के उलझेपन को सुलझा लिया मैंने तुम्हारी ना को हा मान लिया मैंने।। तुम्हारी ना में हा