कल मेरी नींद सिरहाने ढूंढती रही मैं करवटें बदलता रहा वो ठिकाने ढूंढती रही ना मैं सोया, ना वो आयी फिर किरणों संग बिस्तर मेरी सिलवटें ढूंढती रही कल मेरी नींद सिरहाने ढूंढती रही #nojoto #nojotoHindi #poetry