डर सबको लगता है पर डर लगता है फिर से प्यार करने से डर लगता है विश्वास करने से डर लगता है प्रेम पत्र लिखने से डर लगता है किसी को फूल भेजने से डर लगता है चाय के बहाने किसी से मिलने से डर लगता है फिर उससे नज़र मिलाने से डर लगता है वो फिर ना थोड़ेगे रिश्ता ये दस्तखत करे तो दिल निकाह कुबूल करता है ©SAURAV SACHAN ❤️ #AdhureVakya