मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया, नज़रों को जो दीदार हरा मिल गया, और किसी चीज की तमन्ना क्यों करूँ, जब मुझे तेरी बाँहों में सहारा मिल गया। Happy Hug Day2213 ©Kiran Vasava good morning #hugday