आँचल रोने की माँं आपकी आदत नहीं कठिन परिस्थतियों मे भी अगम्य साहस दिखाती माँं तुम... मेरी खुशी में ही अपनी खुशी ढूंढ लेती तुम अपना गम छुपाकर मेर लिए हँस पड़ती माँं तुम... खुद ज़मीन पर सोती मुझे बिस्तर पर सुलाती माँ तुम... खुद बेशक खाँस-खाँसकर जिंदगी बिताती पर जब मैं बीमार होता डॉक्टर की कतार लगा देती माँ तुम.. जी चाहता हैं यह ज़िदगीअब आप पर न्योछावर कर डालू खुन से अपने ‚ माँ आपके पैर धो डालू।। Dedicated To My Mother