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चाहतों को मन मे हमने, यू दबाया जैसे कि समुन्द्र की

चाहतों को मन मे हमने, यू दबाया
जैसे कि समुन्द्र की पानी को,
एक बोतल में जमाया।
उसके इश्क़ की घुस्ताखियाँ तो देखिए,
खुद के नाराज़गी में भी,मैंने
उसे ही मनाया ।। #चाहतो
चाहतों को मन मे हमने, यू दबाया
जैसे कि समुन्द्र की पानी को,
एक बोतल में जमाया।
उसके इश्क़ की घुस्ताखियाँ तो देखिए,
खुद के नाराज़गी में भी,मैंने
उसे ही मनाया ।। #चाहतो