कुछ चीजें मुझसे अपने आप हो जाती हैं, कुछ कर देती हूँ दिखावा के तौर पर" जैसे मेरी चुनरी उड़ जाती है हवा के झोकों से, या मैं खुद ही उड़ा देती हूँ बेसर्मों की तरह.... कभी मैं इस जमाने में ढूंढती हूँ एब, तो कभी यह जमाना मुझे कोढता है, बदचलन और बेहाया या कहकर। कभी मैं अपने ही दर्द की हमसफर बन जाती हूँ, तो कभी जीने लगती हूँ एक नए अंदाज में' पापा की गुड़िया से एक कलंक तक का सफर रहा है मेरा भी, जब तक चुप थी तब तक गुड़िया थी! आवाज निकलते ही बन गई मैं 'धब्बा' जिसके उस दिन को भी कोसा जाता है, जिस दिन वो जन्म ली थी, या फ़िर कई बार कह दिया जाता है" लगा दो इसे फांसी या दे दो इसे जहर। क्योंकि मुझे प्रेम हो गया है।। मुझे प्रेम हो गया है अपनी आजादी से, मुझे प्रेम हो गया है जमाने के नए कपड़ों से, मुझे प्रेम हो गया है बीच चौराहे पर लगी चाय की टपली से, मुझे प्रेम हो गया है उस लड़के से, जो मुझे बेफिक्रे और बेपनाह मोहब्बत करने वाली दुनिया में लेकर जाता है। मुझे हर उस चीज से प्रेम हो गया है, जो कहीं ना कहीं मुझ से होकर गुजरती है। इस प्रेम के बाद फिर मुझे सिखाया जा रहा है दायरा, और बार-बार बताया जा रहा है" हवा में दुपट्टा उड़ाने वाली लड़कियां, हमारे घराने की नहीं होती। और पैरों में घुंघरू वेश्याएं पहनती है। मेरा प्रेम करना मुझे बता रहा है कि एक सैलाब लाएगा, जिसमें बह जाएगा जमाने भर का विश" या फिर बह जाऊंगी कहीं ना कहीं टूटकर मैं।। लाडली ©ladli #Nojoto #Nojoto #jamana #Kuritiyon # #girl #Like #Comment #share