प्रो० साहिबा मेरी आलोचक के साथ साथ आजकल सोमू बायोलॉजी की भी कायल हो रखी है और फाइव पॉइंटर तो है ही, मुझे और मेरे चप्पलों को पानी पी पी के कोसती है लेकिन मजाल है इनके आगे कोई इन्हें या इनके आधे अधूरे ज्ञान को कोस भर ले , अगर कोई कर भी दे तो या तो वो उसको जवाब नही देंगी और या उसे फाइव पॉइंटर बनाने की धमकी दे देंगी
मैडम, भगवान भले अलग अलग हो लेकिन आप अगर पाप करेंगी और बच्चो का दिल दुखाएंगी तो नरख का कांसेप्ट दोनो ही धर्मो में है और आप भी वही जाएंगी , निष्पक्ष रहना हो तो नास्तिक होना जरूरी है। "प्रोफेसरी में"