Unsplash तुम्हें हर शर्त है मंजूर, हमको इसलिए भाए। मोहब्बत हो तो इतनी हो, कि नफ़रत जान से जाए। हमारी आँख का पानी, तुम्हारी आँख से छलके। हमारी देह की ख़ुशबू, तुम्हारी देह से आए। ©सूर्यप्रताप स्वतंत्र #lovelife #कविता_संगम