मैं आज अपनी कश्ती, डुबा के आया हूँ। जो कुछ भी तुमसे था,उसे मिटा के आया हूँ।। अब मुबारक हो तुम्हें, तुम्हारे दोस्त। मैं तो अपने दोस्त की अर्थी, उठा के आया हूँ।। #gif मैं आज अपनी कश्ती, डुबा के आया हूँ। जो कुछ भी तुमसे था,उसे मिटा के आया हूँ।। अब मुबारक हो तुम्हें, तुम्हारे दोस्त। मैं तो अपने दोस्त की अर्थी, उठा के आया हूँ।। #dhosti #writer #love #frindship #notojo #life