सारे जहाँ में ना होगा कहीं, तुम सा कोई ना तुम सा हसीं। तुम्हें देख के यूं लगता हैं जैसे मिला बे-सहारे को सहारा कोई तुम सा कोई ना तुम सा हसीं मैंने तुम्हें जब से चाहा तो जाना तुम हो तो मैं हूँ वर्ना नहीं तुम सा कोई ना तुम सा हसीं मैंने तुम्हें अपना माना हैं जब से तब से मुझे खुद का होश भी नहीं तुम सा कोई ना तुम सा हसीं तुम मिल गए हो तो यूं लगता हैं झरने को जैसे मिली हो नदी तुम सा कोई ना तुम सा हसीं #jahaan #haseen #sahara #hosh #nadi #jharna #bestyqhindiquotes #aprichit YourQuote Baba YourQuote Didi YourQuote New Writers Club Best of YourQuote Poetry YourQuote Open Mics