नशीली आंखें नूरानी चेहरा एक तिल होठों पे लगाता पहरा पागल करती हसी उसकी घायल करता काजल गहरा उसका रंग सुनहरा शाम सा निगाहों में नशा कोई जाम सा जब देखा उसे फिर कुछ न देखा एक वो ही लगा तमाम सा सूरत तो उसकी तौबा तौबा सीरत भी बेमिसाल है जब से उसने मुड़ कर देखा बस उसका ही ख्याल है अब हम भी करे तो क्या करे उस पर दिल फनाह करे चलता फिरता रब देखा है कैसे मोहब्बत ना करे..।। ©jaggi #ekkhayal #Khamoshi #khubsurat #mohabat #nojohindi #nojoyofamily #thought