हमसफर हो हमारे हमसे तुम यूँ नजरें ने चुराया करो, कभी फुर्सत के दो पल हमारे साथ भी बिताया करो। बीती जा रही है जिंदगी हमारी जिम्मेदारियाँ निभाने में, पास आओ कभी आकर हमें भी तसल्ली दे जाया करो। जिंदगी में दूरियाँ कभी भी दरमियाँ बढ़ने न देना तुम, कभी जिंदगी से दो पल हमारे लिए भी चुराया करो। हर सुख-दु:ख में ताउम्र साथ निभाने का वादा किया है, कभी प्यार के झोंके के जैसे भी हमारे पास आया करो। हम दोनों को ही एक दूसरे का ताउम्र सहारा बनना है,। दुनियादारी के चक्कर में अपने लम्हों को ना गंवाया करो। बिन एक दूजे के अधूरे है हम यह बात जानते हो तुम भी, कभी प्यार से छूकर अधूरेपन को भी पूरा कर जाया करो। ♥️ Challenge-695 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।