Unsplash हर रोज़ आता हूँ हमारी यादो के खंडहर में हर रोज़ पुराने दरवाजो को खटखटाता हूॅ । कुछ दिवारे ढह गई है मरम्मत की कोई गुंजाइश दिखाई देती नही शायद अब तुम यहाँ रहती नही जहां से शुरुआत के दरवाज़े बनाए थे हमने वो भी अब अटकने लगे है शायद यहाॅ के लोग कही ओर भटकने लगे है । DufferD007 ©Dp.rajawat07 #traveling love shayari shayari on life shayari love shayari on love sad shayari