थोड़ी दूर पर खड़ा था वो पत्थर लिए हाथ मे आम के बगीचे के पास कुछ और पत्थरे भी थी दोस्त के हाथ मे चुकने पर अगले के लिये निगाहें उस झुंड पर थी लगा था जिसमें एक साथ 5 आम पत्थर हाथ मे लिए उसे उंगलियो में फसाया और फिर निशाना लगाया निगाहे आम पर थी पत्थर हाथ मे था फिर उसने चला दिया टूट गइल टूट गइल चिल्लाया उसका दोस्त फिर दौरे दोनो एक साथ आमो को उन्होंने उठाया धोकर सरकारी कल पर फिर नमक स्वादनुसार खाया। विशाल शर्मा #कविता #viishal #friendship #mango #tree #village