घड़ी की सुईयां, निकल पड़ी है, चक्कर गोल लगाने को, कोई जागा कोई सोया, ट्रिंग ट्रिंग गीत सुनाने को । बिस्तर में कोई बैठा है, कोई बिस्तर छोड़ कर, काम पे चलना, वर्जिश करना सारी बाते छोड़ कर। इसको नजर अंदाज ना करना, ये ऐसी अल्बेली है, जाने कब हो जाय हमदम जाने कब पहली है देखो ऐसी भूल ना करना, इसको खुद से दूर ना करना, ये जीवन् का साथी है, ये हर पल साथ निभाती है सुख दुःख का यही साथी है।। ©Senty Poet #Ghadi #T20 #pasand #timepiece #alarmclock