शायद में हुं ही नहीं,शायद कोई ओर है। शायद से शायद का कैसा चला ये दौर है। शायद ये उसकी हां ही है,शायद ये उसकी ना भी है। इस शायद की चुप्पी ने कई दिल किए तबाह भी है। ©Versha Saini शायद #Missing #verahasaini #missingmyself #shyari #write #Life #lovemyself