क्या तुम्हे याद है मेरी नजर में तुम पहली बार कब आई थी.. बताता हूँ आज वो पल जब झुका कर नजर संग अपनी सखी के होकर बातो में मगन जब तुम आई थी.. कैसे कहुँ कयामत जो तुमने मुझे पे ढाही थी शायर हूँ मैं बदनाम सा अल्फ़ाज़ो को मेरे तुमने ही था तरासा.. आज करता हूँ मैं जितनी भी शायरीयाँ सुनो सब में होता हैं ज़िक्र सिर्फ तेरा.. याद हैं मुझे आज भी वो दिन.. Jab Najare Me Meri Tum Aai Thi..!! ❤SR❤ ©sst #यादहैवोदिनजब .👉🏻jab tum aai thi saman mere..#SST #memory