पंछी नाचेंगे पत्ते नग़मे गायेंगे, और सभी इन्सां गीतों को दोहरायेंगे, बरस पड़ेंगे वो जो न बरसे थे अब तक, सहरा में तेरी ज़ुल्फ़ें यूँ लहरायेंगे, तू सावन बन के आयेगा सब कहते हैं, इक चिंगारी हम भी दिल में सुलगायेंगे, सदियाँ काटी हमने जैसे तैसे क्योंकि, तूने तो बोला था अच्छे दिन आयेंगे, फूल खिला है मुझे हिफ़ाज़त करनी होगी, क्योंकि अब भँवरे इसपे भी मंडरायेंगे, 'सानू' हमको ग़ज़ल सिखा के ग़लती कर दी, देख लियो वो इक न इक दिन पछतायेंगे। अच्छे दिन आयेंगे||शायरी||सानू #पंछी #पत्ते #अच्छे_दिन #शायरी #हिंदीशायरियां #yqdidi #yqshayari #loveshayari