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सुंदर शरीर नहीं अपितु निर्मल सुंदर ह्रदय पर जो न

सुंदर शरीर नहीं अपितु 
निर्मल सुंदर ह्रदय पर
 जो न केवल अपने 
 वरन् सभी के दुःख से
 दुःखी हो , ईश्वर 
सहज ही रीझ जातें हैं।
जो किसी को 
करूण रूदन देकर
धन कमाते हैं, उसके 
पूजा, तीर्थ, भंडारों को 
वह दीनदयाल 
कहां अपनाते हैं।

©Deepa Didi Prajapati 
  #जय गुरुदेव 🌹🙏🌹

#जय गुरुदेव 🌹🙏🌹 #विचार

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