My Bicycle बचपन में बड़ा सुहाना पल बीता था इस साईकल के साथ, वो गाय के लिए चारा लाना, मेले में जाना, सड़को पर रेस लगाना, चैन उतर जाए तो चैन को चढ़ाना, स्टैंड पे लगा के लॉक लगाना, नहर में ले जा के नहलाना, दुकान पे जा के पंचर लगवाना, पंचर ज्यादा हो तो टायर बदलवाना, बिना ट्रैफिक के घंटी बजाना, सब याद आता है हर एक वो पल जब साईकल को ही हम अपनी मर्सेडीज़ समझते थे। काश वो पल फिर से लौट पाते। काश वो पल फिर से लौट पाते। ©Satvir Singh मेरी साईकल। #WorldBicycleDay2021 #cycle #Cycleride #CycleOfLife #cycle_of_love #cyclelovers #Cycle_pe_mohabbat