कभी लबों की जो मुस्कराहट थी मुझको लगती गुलाब जैसी जनर झुका कर के बात करना थी उनकी बोली गुलाब जैसी हूँ मै सलीके से एहतियातन मगर चुभन सी है जिन्दगी ये थी लगती जो गुल लगे है कांटा ये जिन्दगी भी अजाब जैसी @भानू शुक्ला #photography #photooftheday #love #instagood #instagram #photo #travel