आज उससे फ़िर से मुलाकात हो गई कभी मैं उसकी दीवानी थी ये बात दिल को एक ज़ख्म दे गई बदले नहीं हो बिल्कुल तुम इन आंखों को सब दिख रहा है पता नहीं क्यूं मुझे देखकर तेरी आंखों में कहां से ये बरसात आ गई कब तक ख़ामोश इल्तिज़ा दोगे कभी तो मेरी मोहब्बत कुबूल करोगे मैं जानती हूं मोहब्बत है तुझे भी मुझसे आख़िर कब तक तुम अपनो से नजरें झुका कर मिलोगे देखों मेरी तरफ मैं बिल्कुल बदली नहीं मैं वर्षों पहले जैसी थी वैसी आज भी हूं बस थोड़ी सी तकलीफ़ सहन कर रही हूं वक़्त बीत गया हो भले ही लेकिन तेरी तस्वीर को हम आज भी पहचानने से इंकार किया करती हूं मेरे दिल में तेरे लिए मोहब्बत है इस राज़ से सबको अंजान रखती हूं - M K दिल के गहराइयों में तुझे रखा करती हूं अपनी हर दुआ में सिर्फ़ तुझे और तेरी खुशियों को मांगा करती हूं,,❣️❣️❣️❣️❣️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🤩🤩🤩🤩🤩🤩🤩🤩🤩🤩🤩🤩🤩🤩✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 #manshikashyap #love #sad #pain #imagination #yqdidi #yqdidihindipoetry #yqbaba