White मन तो मौसम-सा चंचल है सबका होकर भी न किसी का अभी सुबह का, अभी शाम का अभी रुदन का, अभी हंसी का और इसी भौंरे की ग़लती क्षमा न यदि ममता कर देती ईश्वर तक अपराधी होता पूरा खेल दुबारा होता। प्यार अगर... ©Lakhan Thakur #love_shayari love poetry in hindi poetry lovers poetry on love poetry quotes love poetry for her