उसने कहा क्या हाल जी मैं थोड़ा खुश, थोड़ा उदास भी थोड़े है यहाँ जो जी रहे थोड़े है जिंदा लाश भी उसने कहा क्या हाल जी मैं अहेरी हूं, मैं शिकार भी सब गोल-गोल यहाँ घूम रहे पूछो नया सवाल जी उसने कहा क्या हाल जी मैं, बीत गया ये साल भी पूछा, क्या नया हुआ मैं, नया रोग है, नया इलाज भी उसने कहा क्या हाल जी मैं नभ हूँ, मैं पाताल भी वो कौन है जो मुझमें रह रहा मेरा दोस्त है, मेरा काल भी... © trehan abhishek #yqdidi #yqbaba #restzone #aestheticthoughts #manawoawaratha #कोराकागज़